वरुण की शादी होने के बाद, ताई जी ने कहा
बेटा राहुल, अपनी शादी तुम कब करवाओगे
तुम्हारे कुंवारेपन पर, मुझे ताने मरते है सब
बोलो सुसंस्कारी, सुलक्ष्मी बहु कब लाओगे
तुम्हारी उम्र की सब लडकियाँ ब्याही गयी
क्या सभी के बच्चों के मामा तुम ही कहलाओगे
कर लो शादी जल्दी प्यारे, ताक में है कवि सारे
खुद को क्या दूसरा अटल बिहारी लिखवाओगे.
क्षमा करना मम्मी जी, मैं दर्द आपका हूँ समझूं
पर क्या करूँ, कोई लड़की मुझको जंचती ही नही है
राजनीति भी करे और संभाले जो राज-पाट
ऐसी गुणवान कोई दिल में मेरे बसती ही नही है
जिसको बना डालूँ आपके घर की बहुरानी
ऐसी कोई सुकुमारी मेरी तरफ हंसती ही नहीं है
मैं तो डालता हूँ दाना कुड़ियों को रात-दिन
पर कन्या कुंवारी कोई जाल में फंसती ही नही है.
-विभोर गुप्ता (9319308534)
No comments:
Post a Comment