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Saturday, September 11, 2010

जिन्दगी और सिगरेट

किसी  ने  मुझसे  पुछा  जिन्दगी  क्या  होती  है 
मैंने  कहा ,  जिन्दगी  सिगरेट  की  तरह  होती  है 
जिंदगी  सिगरेट  के  जैसे  ही  तो  सुलग  रही  होती  है 
और  दोनों  के  ही  अन्दर  एक  आग  जल  रही  होती  है 
तुम  जी  सको  तो  जिन्दगी  अच्छी  तरह  से  जी  लेना 
सुख -दुःख , खुशी -गम  सब  सिगरेट  की  तरह  पी  लेना 
वरना  जिन्दगी , एक  दिन  तो  खत्म  हो  ही  जाएगी 
और  सिगरेट  के  जैसे , राख  में  भस्म  हो  ही  जाएगी .

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