आज विजय दिवस पर उन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि स्वरुप एक मुक्तक, जिन्होंने 1971 के युद्ध में अपने आप को देश के लिए न्यौछावर कर दिया था|
कोटि-कोटि नमन है, जिन्होंने अपनी जान गंवाई थी
भारत माँ की रक्षा की खातिर सीने पर गोली खायी थी
इस धरती के लिए कितना शुभ मंगल दिन होगा वो
जब बलिदानी माँ की कोखों ने ऐसी संताने जन्माई थी|
-विभोर गुप्ता
कोटि-कोटि नमन है, जिन्होंने अपनी जान गंवाई थी
भारत माँ की रक्षा की खातिर सीने पर गोली खायी थी
इस धरती के लिए कितना शुभ मंगल दिन होगा वो
जब बलिदानी माँ की कोखों ने ऐसी संताने जन्माई थी|
-विभोर गुप्ता
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