दिग्गी राजा ने मचाया हुआ कैसा ये बवाल है,
करकरे की शहादत पर भी खड़ा एक सवाल है,
ऐसे में कैसे झेलेंगी गोलियां, खाकी अपने सीने पर
जिस देश में खादी का ये बुरा घिनौना हाल है!!!
हेमंत करकरे पर राजनीति करना दिग्गी की मगरुरी है,
चुप बैठी है दिल्ली फिर भी, कैसी ये मज़बूरी है,
जो करते है बार-बार अपमानित वर्दी की निष्ठा को
ऐसे नमक हरामो की जीभ खींचना बहुत जरुरी है.
करकरे की शहादत पर भी खड़ा एक सवाल है,
ऐसे में कैसे झेलेंगी गोलियां, खाकी अपने सीने पर
जिस देश में खादी का ये बुरा घिनौना हाल है!!!
हेमंत करकरे पर राजनीति करना दिग्गी की मगरुरी है,
चुप बैठी है दिल्ली फिर भी, कैसी ये मज़बूरी है,
जो करते है बार-बार अपमानित वर्दी की निष्ठा को
ऐसे नमक हरामो की जीभ खींचना बहुत जरुरी है.
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